Bilaspur Property Samachar
बिलासपुर की प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की दर में काफी वृद्धि हुई है . ...मुझे ऐसा लगता है की इस के परिणाम से प्रॉपर्टी की कीमते कुछ कम होंगी ..कारण यह है की पहले निवेशक रजिस्ट्री की कीमतों को नजर अंदाज करते थे परन्तु अब जो रजिस्ट्री की दर में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है उससे प्रोपर्टी की कीमते कम होना चाहिए
फ़िलहाल जिला पंजीयक बिलासपुर में नई गाइड लाइन के अनुसार 1 अप्रेल से बढ़ी हुई दर पर रजिस्ट्री होगी
बिलासपुर के प्रॉपर्टी मार्केट में अभी कोई बुलबुला नहीं दिखाई दे रहा है जिसे की प्रॉपर्टी की कीमते बढे ऐसा कोई ट्रेंड भी नहीं दिख रहा है जिसके पीछे निवेशक भागे .अलबता ऐसा लग रहा है की रजिस्ट्री की दर में 20 से 25 प्रतिशत से एक ट्रेंड पैदा होगा जो की प्रॉपर्टी की बढती हुई कीमतों पर लगाम लगाएगा .
बिलासपुर के प्रॉपर्टी मार्केट में अभी कोई बुलबुला नहीं दिखाई दे रहा है जिसे की प्रॉपर्टी की कीमते बढे ऐसा कोई ट्रेंड भी नहीं दिख रहा है जिसके पीछे निवेशक भागे .अलबता ऐसा लग रहा है की रजिस्ट्री की दर में 20 से 25 प्रतिशत से एक ट्रेंड पैदा होगा जो की प्रॉपर्टी की बढती हुई कीमतों पर लगाम लगाएगा .
इस के कुछ करण भी मुझे दिखाई दे रहे है उनमे से एक कारण यह भी है की रीयल एस्टेट की इकोनॉमी ह्यूमन बिहेवियर पर आधारित होती है . और अभी जो वर्तमान में प्रॉपर्टी की शोर्ट टर्म की खरीदी और बिक्री का ट्रेंड चल रहा है उसमे कुछ निवेशको को कम मुनाफा और कुछ को नुकसान उठाना भी पड़ा है और यह अभी सुधरने वाला नहीं है ... ऐसा भी लग रहा है की वास्तविक खरीदार भी अब प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री की बड़ी हुई दर को नजर अंदाज नहीं करेगे .मेरा मानना है की प्रॉपर्टी की खरीदी में खरीदार कीमतों में कमी चाहेंगे और प्रॉपर्टी सौदों में बारगेनिंग भी ज्यादा होने की सम्भावनाये बढ जाएगी और पलड़ा खरीदार के पक्ष में रहेगा
एक कारण यह भी है की होउसिंग सेक्टर को इस बजट में कोई विशेष रहत नहीं मिली है . बिल्डर और डेवलपर के ऊपर टैक्स का बोझ भी दिन प्रति दिन बढता ही जरा है तो जाहिर सी बात है की बिल्डर और डेवलपर टैक्स के बोझ को प्रोपर्टी के निवेशको पर ही डालेंगे ..ऐसा लगता है की इस सेक्टर में मई के बाद से उठाव आने की संभावना है
मुझे बिलासपुर के प्रॉपर्टी मार्केट की चाल के अनुसार ऐसा लगता है की कमर्शियल प्रॉपर्टी के वास्तविक निवेशक अभी भी कमर्शियल प्रॉपर्टी से दूर है ज्यादा तर शोर्ट टर्म के निवेशक ही इस सेक्टर में जमे हुए है जिसके कारण कमर्शियल प्रॉपर्टी में बिलासपुर के व्यापर के अनुसार रेट काफी ऊँचे है . इस से ऐसा लगता है की इस सेक्टर में भी रफ़्तार सामान्य रहने की उम्मीद है .और इस सेक्टर में भी बिकवाली ज्यादा नजर आ रही है .
फ़िलहाल अभी तो मुझे प्राईम लोकेश को कुछ खास जगहों की प्रोपर्टी को छोड़ कर ज्यादा कही डिमांड नहीं दिख रही है. लेकिन यह भी सच है की प्रॉपर्टी मार्केट हमेशा एक सी चाल नहीं चलता है उतार चढाव चलते रहता है और मेरा यह मत भी है की जून के बाद से यह अपनी रफ़्तार पकड़ेगा