मेरे फेसबुक वाल से मेरे कुछ अनुभव
एक भाई साहब को डाईवर्रेड प्लाट का मिस्सल बंदोबस्त, अधिकार अभिलेख और मूल प्लाट का सीमांकन रिपोर्ट,मूल मालिक के पहले जिसके नाम जमींन दर्ज थी उसकी सभी कागजातों की कापी और वतर्मान रिकार्ड में दर्ज मालिक का रजिस्ट्री पेपर का कापी और नया बी वन खसरा, खसरा पंशाला ,डाईवर्शन पेपर की नक़ल और रजिस्ट्री में अंकित चौहदी में बगल की भूमि वाले से मिलाने के बाद भी उसे वर्तमान की सीमांकन रिपोर्ट चाहिए। दलाल का माथा ठनका और उसने 700/- रूपये का प्लाट अब सीमांकन करा कर देने पर उसका रेट 900/- बोल दिया। और ये सब एक अनाड़ी खरीदार के साथ आये एक होशियार मुफ्त के एडवाइजर सहयोगी की वजह से मार्किट से सस्ता सौदा टूट गया। गलती एडवाइजर की नहीं थी पर कई बार कागजो में प्रॉपर्टी की सारी हिस्ट्री लिखी होती है उसे समझने की बात होती है ।। और जहाँ तक मैंने अब तक अनुभव किया है की सीमांकन रिपोर्ट आखरी और अंतिम दस्तावेज नहीं होता है इसे चेलेंज भी किया जा सकता है।