बिलासपुर के प्रॉपर्टी मार्केट के सवाल जवाब भाग 5
उमेश जी शासकीय कर्मचारी है और वे कवर्धा में सर्विस कर रहे है और उन्हें 3 से 4 लाख तक का आवासीय प्लाट लेना है .जिस पर हो आने वाले 5 से 6 सालो में मकान बनवा कर रहेंगे . अशोक नगर खमतराई , लिगिहाडीह , मोपका उनकी पसंद है .
उन्हें मेरे परिचित के एक ब्रोकर ने प्लाट भी दिखाया पर उन्हें पसंद आ गया .अब उमेश जी जल्दीबाजी ने प्लाट की रजिस्ट्री करवाना चाहते है . 31 मार्च तक .क्योकि उन्हें ३१मार्च के बाद से बढ़ी हुई दर पर रजिस्ट्री का मूल्य देना होगा .इस वजह से वे जल्दी बाजी वह में प्लाट लेने जा रहे थे .
पर इस होड़ में अप को कुछ मुख्य बातो पर ध्यान दें अवश्यक है.
मोपका और लिगियाहडीह के कुछ से खसरा नंबर पर रजिस्ट्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है .
यदि आप अवैध कालोनी की प्लाटिंग पर कोई प्लाट ले रहे है तो उस की रजिस्ट्री भले ही हो जय परन्तु आने वाले भविष्य में आप के सुरक्षित निवेश की गारंटी खत्म हो जाएगी .
31 मार्च के बाद प्रोपर्टी की रजिस्ट्रेशन फ़ीस यदि बदती भी है तो 5 से 15 प्रतिशत के बिच ही बढेगी मान लीजिये की आज आप कोई प्रोपर्टी खरीद रहे है और उसकी रजिस्ट्री का शुल्क स्टंप डयूटी 20.000 हजार रूपये की लग रही है और 31 मार्च के बाद 10 % की दर से बढती है तो 2,000 अधिक की डयूटी चुकानी पड़ेगी .
उमेश जी जल्दी बाजी में मोपका धानमंडी के आसपास प्लाट खरीद रहे थे जो की अभी विवादित भूमि में गिना जा रहा है .और उसके आसपास जाँच भी चल रही है और वह भी अवैध कालोनी का प्लाट था
जब उमेश जी ने मुझ से परमर्श लिया तो मैंने उन्हें साफ़ मना कर दिया और जो बाते मैंने ऊपर लिखी है उसे मैंने विस्तार से समझाई तब जाकर उमेश जी ने वह प्लाट नहीं लिए और मेरे ऊपर एक जिमेदारी सोपी है की उनके लिए आवासीय प्लाट देखा जाय
इस लेख के माध्यम से मैं यह कहना चाहता हूँ की प्रॉपर्टी की खरीदी में कुछ सावधानिया बरते और थोड़े से पैसे बचाने के लिए प्रॉपर्टी पर निवेश का फैसले जल्दी बाजी में ना लें .