प्रॉपर्टी मार्केट के कुछ महत्वपूर्ण x फेक्टर
प्रॉपर्टी मार्केट के कुछ महत्वपूर्ण x फेक्टर पर इस चिट्ठे के माध्यम से केन्द्रित करने का प्रयास कर रहा हूँ प्रॉपर्टी खरीदने से पहले उस प्रॉपर्टी में x फेक्टर देखना न भूले यही x फेक्टर भविष्य में आप की प्रॉपर्टी की की कीमत और मांग तय करेगा .रेल और मुख्य सडक संपर्क इस में सबसे महत्वपूर्ण फेक्टर होता है . यह x फेक्टर कैसे काम करता है इस के लिए एक उदाहरण के रूप में बिलासपुर से 25 किलोमीटर दूर रतनपुर में अगर कोई प्रोजेक्ट चालू होता है तो यहाँ पर x फेक्टर है महामाया मंदिर , रतनपुर का टूरिस्ट प्लेस होना और रतनपुर का प्रचीन इतिहास .ऐसे स्थानों में रतनपुर के लोगो की व्यवस्थित आवासीय मांग भी शामिल होगी और रतनपुर के अलावा अन्य जगहों के निवेशक भी इस स्थान के भविष्य को देखते हुए निवेश करना पसंद करेंगे .यही बात अकलतरा में इस प्रकार से लागु होगी .अकलतरा बिलासपुर से सड़क और रेल सुविधा से जुड़ा हुआ है और नजदीक ही जांजगीर चाम्पा जिला मुख्यालय है और वर्तमान में पावर प्रोजेक्ट नजदीक है . वह पर व्यवसायिक और ओद्योगिक गतिविधिया भी सक्रीय है और प्रॉपर्टी की मांग भी है . यहाँ पर ये ही सब x फेक्टर है .
रेल सेवा से जुड़ा हुआ छोटा सा इलाका जो की मुख्य शहर से 30 से 40 किलोमीटर के दायरे में आता हो वह की प्रॉपर्टी में भी x फेक्टर है जैसे की अकलतरा ,बिल्हा , कोटा ( करगी कोटा) बिलासपुर से सटा हुआ लोखड़ी गाव .भाटापारा ,तिल्दा जैसे छोटे कम घनत्व वाले इलाको की प्रॉपर्टी में x फेक्टर है .
फोर लेन बाई पास भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का काम करता है जैसे की रायपुर से दुर्ग तक की बाईपास से लगी हुई ग्राम पंचायते छोटे और बड़े आवासीय कालोनियों और व्यवसायिक गतिविधियों के जाल में बुनी जा चुकी है
इकोनॉमिक एक्विविटी के केंद्र का भी आसपास होना प्रॉपर्टी मार्केट में x फेक्टर का काम करता है .
किसी भी बड़े होउसिंग प्रोजेक्ट या बड़ी टाउन शिप से आसपास या उस से लगी प्रोपर्टी भी x फेक्टर का कार्य करती है
पिने के पानी की उपलब्धता भी x फेक्टर का कार्य करती है .कहने का मतलब यह है की उस स्थान का वाटर लेवल बढ़िया होना चाहिए .
पुलिस थाने से नजदीकी भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का कार्य करती है .
प्रॉपर्टी के आसपास बहुत से सरकारी कार्यालय भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का काम करते है .
प्रॉपर्टी से बस स्टैंड रेल्वे स्टेशन की नजदीकी भी x फेक्टर की भूमिका अदा करती है . जिसमे की उपनगरीय रेल्वे स्टेशन भी शामिल है उदाहरण के लिए बिलासपुर का उस्लापुर रेल्वे स्टेशन
विश्व विद्यालय के आसपास का इलाका भी x फेक्टर का काम करता है बिलासपुर में कोनी और रायपुर में इस का उदाहरण देखने को मिल सकता है .
मेरा मानना है की अगर ऐसे बहुत से x फेक्टर जहा पर हो उस स्थान प्रॉपर्टी में निवेश फायदे का सौदा साबित होता है
रेल सेवा से जुड़ा हुआ छोटा सा इलाका जो की मुख्य शहर से 30 से 40 किलोमीटर के दायरे में आता हो वह की प्रॉपर्टी में भी x फेक्टर है जैसे की अकलतरा ,बिल्हा , कोटा ( करगी कोटा) बिलासपुर से सटा हुआ लोखड़ी गाव .भाटापारा ,तिल्दा जैसे छोटे कम घनत्व वाले इलाको की प्रॉपर्टी में x फेक्टर है .
फोर लेन बाई पास भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का काम करता है जैसे की रायपुर से दुर्ग तक की बाईपास से लगी हुई ग्राम पंचायते छोटे और बड़े आवासीय कालोनियों और व्यवसायिक गतिविधियों के जाल में बुनी जा चुकी है
इकोनॉमिक एक्विविटी के केंद्र का भी आसपास होना प्रॉपर्टी मार्केट में x फेक्टर का काम करता है .
किसी भी बड़े होउसिंग प्रोजेक्ट या बड़ी टाउन शिप से आसपास या उस से लगी प्रोपर्टी भी x फेक्टर का कार्य करती है
पिने के पानी की उपलब्धता भी x फेक्टर का कार्य करती है .कहने का मतलब यह है की उस स्थान का वाटर लेवल बढ़िया होना चाहिए .
पुलिस थाने से नजदीकी भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का कार्य करती है .
प्रॉपर्टी के आसपास बहुत से सरकारी कार्यालय भी प्रॉपर्टी में x फेक्टर का काम करते है .
प्रॉपर्टी से बस स्टैंड रेल्वे स्टेशन की नजदीकी भी x फेक्टर की भूमिका अदा करती है . जिसमे की उपनगरीय रेल्वे स्टेशन भी शामिल है उदाहरण के लिए बिलासपुर का उस्लापुर रेल्वे स्टेशन
विश्व विद्यालय के आसपास का इलाका भी x फेक्टर का काम करता है बिलासपुर में कोनी और रायपुर में इस का उदाहरण देखने को मिल सकता है .
मेरा मानना है की अगर ऐसे बहुत से x फेक्टर जहा पर हो उस स्थान प्रॉपर्टी में निवेश फायदे का सौदा साबित होता है