अफोर्डेबल होउसिंग सेगमेंट अब चीन में

चीन विश्व में निर्माण , उद्योग , तकनीक , आर्थिक सम्पनता और विकास का माडल बनता जा रहा है . चीन की जनसँख्या विश्व में सबसे अधिक है मैंने एक रिपोर्ट में पड़ा था की चीन में और भी आवासीय मांग अधिक है , और पूर्ति कम है.चीन में संपत्ति की कीमतें बहुत तेजी से बढ़ी हैं . और वहा पर प्रोपर्टी के बुलबुले की आशंका जोर पकड़ती जा रही है ऐसे में रियल स्टेट के व्यापर को धराशायी होने से रोकने के लिए सरकार अफोर्डेबल हाउसिंग पर जोर दे रही है. रियल्टी विशेषज्ञों का मानना है कि सस्ते मकानों की आपूर्ति में यदि बढ़ोतरी की जाती है तो बाजार को विकास की एक सही दिशा मिलेगी और कीमतों में भी स्थिरता आयेगी . खबरों  के अनुसार सरकार संपत्ति की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए नये-नये उपाय कर रही है.



अब चीन की सरकार अब अफोर्डेबल सेगमेंट का सहारा ले रही है. चीन में वर्ष 2010 के दौरान लगभग 60 लाख अफोर्डेबल मकानों का निर्माण शुरू हुआ था जिनमें से 37 लाख बन भी चुके हैं. परंतु विशेषज्ञों के अनुसार जरूरतमंदों की संख्या की तुलना में ये मकान अब भी बहुत हैं क्योंकि चीन में ऐसे परिवारों की तादाद काफी ज्यादा है जिनकी आय या तो बहुत कम है अथवा वे आसमान छूती कीमतों पर अपार्टमेंट खरीदने में सक्षम हैं केंद्र सरकार के आदेश पर चीन की स्थानीय सरकारों ने भी सकारात्मक रवैया अपनाते हुए इस वर्ष कम लागत के मकानों के कई प्रोजेक्ट्स शुरू करने की कवायद तेज कर दी है.

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