Bilaspur Commercial Property Space

बिलासपुर का  कामर्शियल प्रोपर्टी मार्केट में कुछ ज्यादा हलचल नहीं है जबकि यहाँ पर अभी दो बड़े शोपिंग मॉल बनने जा रहे है जिस का निर्माण कार्य चल रहा है शहर के  बिच में एक बड़े डेवलपर का बड़ा सा  कामर्शियल काम्प्लेक्स पूरा होने को है और भी बिलासपुर में करीब ८ से १०  कामर्शियल काम्प्लेक्स का निर्माण कार्य चल रहा है! नगर निगम के भी कुछ छोटे प्रोजेक्ट चल रहे है पर जिस हिसाब से बिलासपुर में कामर्शियल  प्रोजेक्ट चल रहे है वैसा बूम नहीं है! उस का कारण शायद बिलासपुर में ऑफिस स्पेस पर बहुत कम लोग ही निवेश करना चाहते है! या कह सकते है की यहाँ अभी ऑफिस स्पेस का कांसेप्ट अभी कुछ खास वर्ग के पास ही है एक आम उच्च मध्यम वर्ग का निवेशक अभी भी ऑफिस स्पेस पर निवेश नहीं कर रहा है ! यह वर्ग ज्यादा तर होउसिंग प्रोपर्टी पर निवेश करना ज्यादा पसंद करते है
मुझको ऐसा लगता है की बिलासपुर के कामर्शियल प्रोपर्टी पर ज्यादा तर बिजनस क्लास के लोग ही मुख्य निवेशक है! और वो भी जिस तरफ कामर्शियल प्रोपर्टी का बुलबुला बनता है उस के आस पास ही ज्यदा चाहे शहर से लगे बाई पास हो या फिर कामर्शियल काम्प्लेक्स हो या कामर्शियल मार्केट हो या फिर कोई नया सरकारी  प्रोजेक्ट के आस-पास.
 कामर्शियल काम्प्लेक्स में भी जब तक कोई बुलबुला नही उठता कामर्शियल स्पेस की बूम उस काम्प्लेक्स में उस के आस पास नहीं आती तब तक वहा के  प्रोपर्टी की चाल नहीं बढती! जैसा बिलासपुर का आकर बढता जा रहा है कामर्शियल स्पेस की भी मांग बढती जा रही है जैसा की अभी रायपुर रोड में हाईकोर्ट के आसपास  ऑफिस स्पेस की मांग होगी ! NTPC  सीपत बनने से  वहा पर कामर्शियल स्पेस की मांग बढनी चाहिए थी सेंट्रल यूनिवर्सिटी नया बस स्टैंड मंगला से सकरी तक उसलापुर रेल्वे स्टेशन के पास कामर्शियल स्पेस की मांग होनी चाहिए जो की है पर यह बुलबले के बूम जैसा है मंगला से उसलापुर तक रोड के आसपास १५०० से २००० वर्ग फूट की कीमत चल  रही है वहा मॉल बनने के बाद यह २५०० से ४००० भी तक भी हो जायेगी और कोई नहीं बात नहीं है! बस स्टैंड से तेलीपरा तक जो बुलबुला बना हुआ है आज वह पर ५०००/ वर्ग फुट पर भी जगह नहीं मिल रही है एक समय  तेलीपारा में एक बड़ा सा काम्प्लेक्स बनने के बाद भी वहा पर निचे की कुछ दुकानों को छोड़ कर ज्यादा खरीदार नहीं थे पर बाद में जो बुलबुला बना तो ३० लाख की शॉप १ करोड़ के आसपास की हो गई ! प्रोपर्टी मार्केट में बुलबुले तो हमेशा बनते और फूटते रहेंगे  दुबई के द वल्ड प्रोजेक्ट का हो या बिलासपुर के राजीव प्लाज़ा का इन को बनाने वाले हमेशा इस के फूटने से पहले अलग होकर कोई और जगह पर बुलबुले बनाने में लग जाते है कामर्शियल प्रोपर्टी मार्केट पर अभी और भी कुछ लिखना चाहता हु कोशिस करुगा की बिलासपुर से आगे की बात हो क्रमशा:

Popular posts from this blog

खेती योग्य कृषि भूमि

Construction Rates in Bilaspur

अरपा विशेष क्षेत्र प्राधिकरण