Posts

Showing posts from November, 2010
मै आपने शहर बिलासपुर से बहुत प्यार करता हु मै भी चाहता हु की मेरा बिलासपुर भी ऐसा ही बने जिस के लिए मै जो प्रयास कर सकता हु करूँगा .वैसे  तो मैं कभी किसे के लेख को कॉपी नहीं करता पर आज अहमदाबाद जिन्दाबाद कहने पर मजबुर होगया हु और मैं ईस लेख के लेखक को भी सलाम करना चाहता हु जिन्होंने इतनी खूबसूरती के साथ यह लेख लिखा है ...मुझे लगा की मैं कही टीवी पर अहमदाबाद की विकास यात्रा पर कोई फिल्म देख रहा हु बहुत सुंदर लेख ....  जब हिरोशिमा और नागासाकी में बम गिरा था उस के  बाद  वहा के लोग और वह के प्रशासन से जो विकास किया.वो काबिले तारीफ है . आज जापान की तरक्की सब के सामने है ईस लेख से मुझे जापानियों की मजबूती और विस्वास और काम के प्रति समर्पण की बाते जो मैंने पढ़ी है वो  याद आती है ! ऐसा ही कुछ गुजरात के लोगे ने किया है ... अहमदाबाद जिन्दाबाद  .. अहमदाबाद के लोग  जिन्दाबाद.... अहमदाबाद का प्रशासन  जिन्दाबाद    और गुजरात की सरकार जिन्दाबाद  ..............................   बात वर्ष 2000 की है। आईआईएम-ए ने ‘अहमदाबाद ए डाइंग सि...

कमल विहार

कमल विहार पर जो अभी विवाद आया है .. उस की कुछ शासकीय तकनिकी या विभागों के तालमेल में कुछ एक बिन्दुओ  पर तकनीकी खामियों की वजह से मिडिया में जो खबरे आरही है ... इस का समाधान तो जल्दी हो जायेगा मुझे ऐसा लगता है . पर  मुद्दा ये है की किसान इस का विरोध क्योकर रहे है . जब की जिन लोगो की जमीन कमल विहार में आई है उन को उन की जमीनों की कीमत बहुत ज्यादा मिले है . अब तो खबरे ऐसे आई है की कमल विहार से जो भी लाभ प्राप्त होगा उस को भू - स्वामियों को बाट दिया जायेगा .. यह सच में कुछ ऐसा है तो अच्छी खबर है.  यदि यह एक कारपोरेट प्रोजेक्ट रहता तो किसान ख़ुशी ख़ुशी आपनी जमीने दे देते क्योकि बाकी की जमीने कम्पनी मनमाने दामो पर खरीद लेती .सरकारी एक रेट फिक्स है बस तकलीफ यहाँ से आना चालू हो गई है की अब आसपास की जमीनों के भाव सरकारी कीमत से दस गुना ज्यादा हो गए है . इस लिए किसान अब विरोध करना चालू कर रहे है .इस में किसान कम और जमीन पर निवेश करने  वाले ज्यादा होंगे. राजस्व विभाग का कुछ क़ानूनी  मसला तो आपने समझ से परे है !जो जल्दी ही हल हो  जायेगा हम तो यही आशा कर रहे...
बिलासपुर वासियों के लिए एक खुशखबरी एक तकनीकी सुचना के अनुसार वर्तमान में शहर में प्रति दिन 35 MLD पानी की पूर्ति हो रही है और 30 सालो के बाद बिलासपुर शहर को प्रति दिन 75 से 80 MLD पीने के पानी के जरुरत होगी ! और इतने अधिक पीने के पानी के लिए कम से कम २०० करोड़ से भी ज्यादा का खर्च होगा .और साथ में तकलीफे भी बहुत होंगी...पर हमारी किस्मत अच्छी है की हमारे बिलासपुर से शहर के बिच से से अरपा नदी निकलती है , बिलासपुर के लोगो की किस्मत और भी अच्छी है की हमारे मंत्री जी आपने विदेश दौर का सही उपयोग किया जो लन्दन की टेम्स नदी को देख कर नही आये बल्कि टेम्स नदी को बिलासपुर लाने का सपना भी देख कर आये और अरपा को टेम्स नदी जैसा बनाने के प्रयास में लगे रहे ! जिसका परिणाम अरपा को सवारने के लिए आज अरपा विशेष क्षेत्र प्राधिकरण का गठन हमारे सामने है,श्री अमर अग्रवाल जी ने एक आर्किटेक्ट सोच रखते हुए बिलासपुर में अरपा प्रोजेक्ट को सामने लाया !यह सपने को सच करने जैसा ही है ! बिलासपुर में पर्यटन को बढाने के लिए अरपा प्रोजेक्ट में मनोरंजन के साधनों , मनोरंजन से जुडी योजनाओ का समावेश करके दुगुना किया जा ...

अरपा विशेष क्षेत्र प्राधिकरण

Image
इस से पहले भी मै अरपा पर ब्लॉग लिख चूका हु चुकी अवसर कुछ ऐसा है जो मैं आपने आप को रोक नहीं पा रहा हु करण यह है की  अरपा विशेष क्षेत्र प्राधिकरण के गठन होना मैंने कई बार इस अरपा प्रोजेक्ट पर कई लोगो से चर्चा की है और यह मेरे लिए भी एक सपने को सच होते देखने जैसा है इस प्रोजेक्ट को को लेकर जो जो बाते मैंने सोची थी वो भी समय के साथ हकीकत में बदलती नज़र आ रही है .. यह प्रोजेक्ट चलू होने से मुझे यह फायदा मिला है की मैंने जिन जिन लोगो के सामने इस प्रोजेक्ट से जुडी बाते कही थी वो सच होते जा रही है                                               मुझे लगता है की अरपा प्रोजेक्ट कुछ ऐसा ही होगा                              ...